संत शिरोमणि महान् कवि गोस्वामी तुलसीदास जी की आज जयंती है.. श्रावण शुक्ला सप्तमी तुलसी धर्मों शरीर.. भक्ति कालीन इति वृताक्तमकता एवं चाप चक्य चमत्कृता पृष्ठभूमि पर साहित्य के अनेकानेक अवयवों का परिक्रोषण करने वाले महान् कवि तुलसीदास जहां अपने काव्य की मधुरिमा से आप्लावित करते हैं वहीं साहित्य का हृदय अपने प्रिय साहित्य प्रेमियों को धरा पर ओज,प्रासाद,और माधुर्य गुणों से, तथा,अभिधा,लक्षणा और व्यंजना के त्रिवेणी से संपूर्ण साहित्य जगत के अलौकिक गगन में अपनी छाप आज भी सारे देश के लोगों को हृदयस्पर्शी कर जन भावनाओं को रग रग में प्रवाहित करते हैं , इसलिए गोस्वामी तुलसीदास जी को साहित्य के नील गगन में चन्द्रमा की उपाधि से विभूषित किया गया है।
सूर सूर , तुलसी शशि,
उडगन केशवदास।।
अब के कवि खद्योत सम
जह तह करियर प्रकाश।।
शंकर सुवन मिश्रा
पूर्व विकासखंड शिक्षाअधिकारी अध्यक्ष पेंशनर्स एसोसिएशन ऑफ कोरिया
संरक्षक छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन कोरिया / एम सी बी