तीन दिवसीय संस्कृत महोत्सव का हुआ समापन
तीन दिवसीय संस्कृत महोत्सव का हुआ समापन
तीन दिवसीय संस्कृत महोत्सव का हुआ समापन
चित्रकूट। जगदगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय में चल रहे संस्कृत महोत्सव के अन्तिम दिन वाक्य विमर्श के विभिन्न आयामों पर चर्चा की गयी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रो भगवती चरण शुक्ल ने वाक्य विन्यास व वाक्यों कोे विभिन्न अवयवों को सुन्दर उदाहरणों से प्रस्तुत किया। उन्होंने संगोष्ठी में विभिन्न विषयों के विद्वानों की सक्रिय सहभागिता पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने इसे संस्कृत के प्रसार के लिये उपयोगी व संतोषजनक बताया। अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शिशिर कुमार पाण्डेय ने कहा कि यह आयोजन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य की मूल भावना के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि संस्कृत साहित्य का वातावरण विश्वविद्यालयों के शिक्षण का मुख्य अंग होना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. शशिकान्त त्रिपाठी ने किया।
इस मौके पर अधिष्ठाता मानविकी संकाय डाॅ. महेन्द्र कुमार उपाध्याय, डाॅ. विनोद कुमार मिश्र, डाॅ. रजनीश कुमार सिंह, डाॅ. प्रमिला मिश्रा, पीआरओ सुधीर कुमार आदि मौजूद रहे।