भरी दुपहरी मजदूरी करी हूं,महीना भर से ऊपर लेकिन मजदूरी नहीं मिली: सुखमनिया पण्डो (कोयली)
फिर वही नाम राकेश पांडे बोला: चढ़ा दूंगा और आज तक पैसा नही चढ़ा।
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एस. के.”रूप”
कोरिया/ कोरिया वन मंडल के भ्रष्ट कार्यों, इनके वन अधिकारियों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार व रूपयों का बंदरबाट आदि प्रकरणों को साझा संग्रह बना दिया जाए तो भ्रष्टाचार का महाग्रंथ निर्मित हो जायेगा जो इस विभाग के अंगदीय अधिकारियों सहित अन्य के चेहरे बेनकाब कर देने में सक्षम होगा।
इसी वनमण्डल अंतर्गत हुए भ्रष्टाचार व निर्माण कार्य में धांधली व मजदूरी भुगतान को लेकर विगत 26 जून को शीर्षक “दो महीने पहले बनी पुल में फटी बड़ी-बड़ी दरारें,वर्षा ऋतु में कैसे टिकेगा ग्रामीणों ने जताई ढह जाने की आशंका” पर विस्तृत खबर का प्रकाशन किया गया हम यहीं नहीं रुके सम्यक क्रांति दैनिक की टीम ने उन ग्रामीणों का रुख भी किया जो वन विभाग से पीड़ित है जिसमें कुछ ऐसे लोग सामने आए जिन्हें देखकर कोई भी द्रवित हो जाएगा लेकिन वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी गण और वही नाम राकेश पांडे व उनको संरक्षण देने वाले ऊपर के अधिकारियों का दिल नहीं पसीजता।
आपको बता दें कि ग्राम सरई गहना,रोबो,चिल्का, पीपरढाब आदि स्थानों में वन मंडल द्वारा अमानक व घटिया लगभग 10 पुल का निर्माण किया गया है। इन पुलों के निर्माण कार्य में अपना श्रम देने वाले मजदूरों को उनके हक का रुपया आज तक नहीं मिला।
ऐसी ही एक किशोरी सुखमनिया पण्डो (कोहली) ने सम्यक क्रांति से चर्चा करते हुए बताया कि उसने पुल निर्माण में महीना भर से ऊपर काम किया लगभग 9000 रुपए देने बोले थे और आज तक एक रुपया भी नहीं प्राप्त हुआ है उसने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि ‘भरी दुपहरी मजदूरी करी हूं भैया महीना भर से ऊपर लेकिन मजदूरी नहीं मिली,’ यह पूछे जाने पर कि तुमने वन विभाग के किसी जिम्मेदार तक अपनी बात पहुंचाई तब उसने कहा कि ‘राकेश पांडे से बोले थे बोला चढ़ा दूंगा पैसा और चढ़ा ही नहीं और अब तो आस भी खत्म हो जा रहा है।’
सुखमनिया (कोयली) पण्डो की माता पनेश्वरी पण्डो ने जनहित संग पण्डो विकास समिति को लिखित शिकायत देते हुए कहा कि मेरी बेटी सुखमनिया पण्डो के द्वारा वर्ष 2023– 24 में वन विभाग के कार्य पुलिया निर्माण में 35–40 दिन काम की लेकिन वन विभाग के द्वारा आज तक मजदूरी भुगतान नहीं किया गया है! उन्होंने अपने आवेदन में उल्लेखित किया कि वन विभाग का बीट मुंशी राकेश पांडे के कहने पर कई गांव वालों ने मजदूरी की लेकिन वह मजदूरी भुगतान नहीं कर रहा है राकेश पांडे को फोन लगाने पर वह नहीं उठाता मजदूरी भुगतान नहीं होने पर हम गरीब आदिवासी जीवन निर्वाह करने में असक्षम है।
“ग्रामीणों को मजदूरी भुगतान नहीं हुआ है हमें आपके माध्यम से जानकारी मिली है सरई गहना एवं आसपास पुलनिर्माण कार्य में मजदूरी लंबित है जिसे पता करवा कर भुगतान सुनिश्चित कराया जाएगा।
–अखिलेश मिश्रा एसडीओ वन।
सीधे तौर पर देखा जाए तो वन मंडल बैकुंठपुर के द्वारा घटिया निर्माण कार्य कराया गया है जिसमें वन प्रशासन के राशि का बंदर बाट किया गया है साथ ही गरीब मजदूरों के हक में डाका डाला गया है 300 से ऊपर की मजदूरी दर होने पर मजदूरों को ₹200 तक नहीं दिया गया है।वन विभाग में कुछ ऐसे ओहदे के लोग हैं जिनके हिसाब से पूरा वन मंडल चल रहा है ऐसी जानकारी मिली है उन्हें किसका संरक्षण प्राप्त है और उनके कारनामों पर सम्यक क्रांति की विशेष रिपोर्ट आगे।