ब्रम्हकुमारी ने कारागार में बंदियों को रक्षा सूत्र बांधकर दी सही मार्ग में चलने की सलाह
ब्रम्हकुमारी ने कारागार में बंदियों को रक्षा सूत्र बांधकर दी सही मार्ग में चलने की सलाह
ब्रम्हकुमारी ने कारागार में बंदियों को रक्षा सूत्र बांधकर दी सही मार्ग में चलने की सलाह
चित्रकूट। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के राजयोगिनी बहन दुर्गेश नंदिनी के नेतृत्व में जिला कारागार रगौली में रक्षा बंधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 380 भाइयों को रक्षा सूत्र बांधा गया। ब्रह्मकुमारी बहन दुर्गेश नंदिनी ने बताया की काम, क्रोध, मद, लोभ, अहंकार जैसे दुर्गुणों को त्याग कर परमात्मा याद द्वारा अपने सभी बुरे कर्मों का विनाश कर सर्व काल के लिए सुरक्षा प्राप्त करनी है। जिससे अभयदान प्राप्त हो जाता है। विश्व कल्याण की दृष्टि से भी भारतीय सनातन संस्कृति का रक्षाबंधन पर्व एक प्रमुख त्योहारों में से एक है। जिसमें अनिष्ट, अन्याय, अंधश्रद्धा आदि कुरीतियों से मुक्ति का संदेश प्राप्त होता है। इस दौरान बंदियों को आत्म स्मृति का तिलक लगाकर एवं पवित्र रक्षा सूत्र पहनाकर त्योहार मनाया गया। साथ ही समस्त कैदियों को संकल्प दिलाया कि वह बदले की भावना को त्याग स्वयं में बदलाव करेंगे।ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा भविष्य में राजयोग मेडिटेशन अध्यात्मिक ज्ञान की शिक्षा देने का संकल्प कराया गया। ब्रम्हाकुमारी सोनू बहन ने कर्मों की गुह्य गति द्वारा 100 परिवर्तन के सम्बन्ध में ईश्वरीय संदेश सभी कैदियों को दिया।
जेल अधीक्षक शशांक पाण्डेय ने सभी बंदियों से अपने संकल्पों में शुद्धता लाने के लिए बल दिया और हमेशा अच्छे विचारों और चिंतन को अपनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि विचार रूपी बीज की सत्कर्मों से वटवृक्ष को तैयार करते हैं।इस मौके पर प्रभारी जेलर रजनीश सिंह, डिप्टी जेलर ब्रज किशोरी, आरोग्य भारती के जिला सचिव डॉ बैजनाथ आदि मौजूद रहे।